Tuesday, June 7, 2011

अंबानी के शाही महल पर विवादों का साया !

         वक्फ बोर्ड के ज़मीन पर खड़ी है एंटीलिया ?
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयर मैं मुकेश अंबानी के एक अरब डालर से भ़ी ज़्यादा खर्च से बने 27 मंजिला शाही महल एंटीलिया से विवादों का साया हटता नहीं दिख रहा है | अभी हाल ही में रतन टाटा ने मुकेश के शाही महल पर उंगली उठाई थी कि अब केंद्र सरकार ने कथित रूप से एंटीलिया का निर्माण वक्फ बोर्ड की ज़मीं पर किए जाने की मामले की सी.बी.आई. जांच के लिए महाराष्ट्र सरकार से सिफारिश की है | पीएमओ ने अल्पसंख्यक मामले के मंत्रालय से इस बारे में रिपोर्ट माँगी थी कि क्या महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड के पूर्व सीईओ को इस ज़मीन के सौदे का विरोध करने के लिए "परेशान" तो नहीं किया जा रहा है | पीएमओ की इस पत्र के बाद सरकार ने राज्य सरकार से मामले की सीबीआई जांच के लिए कदम उठाने की सलाह दी है | 
         महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड के एक सदस्य का कहना है कि एक मई 2008 को अल्पसंख्यक मामलों के तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री ए.आर.अंतुले के पास एक लिखित शिकायत की थी | जिसमें उन्होंने कहा था कि एंटीलिया का निर्माण वक्फ बोर्ड की 4532 वर्ग मीटर ज़मीन का अवैध तरीके से अधिग्रहण कर किया जा रहा है | उस सदस्य का तो यहाँ तक आरोप है कि महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड ने ज़मीन को 2003 में महज़ 21 करोड़ 50 लाख रूपए में एंटीलिया कामर्शियल को बेंच डाला, जबकि इसकी उस वक्त खुले बाज़ार में कीमत 500 करोड़ रूपए से कम नहीं थी | आदर्श हाउसिंग सोसायटी का मामला सामने आने के बाद सीवीसी ने एंटीलिया का निर्माण वक्फ बोर्ड की ज़मीन पर किये जाने की शिकायत को संज्ञान लेते हुए महाराष्ट्र सरकार को इस बारे में रिपोर्ट देने को कहा है |
         रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की ओर से शिकायतकर्ता एडवोकेट अहमद खान पठाण के उस दावे को सिरे से खारिज किया गया है | जिसमें उन्होंने अंबानी का शाही महल वक्फबोर्ड की ज़मीन पर बने होने का दावा किया है | रिलायंस ने कहा है कि इस ज़मीन को खरीदते समय मालिक को उचित मुआवजा दिया गया है और एंटीलिया का निर्माण महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड की ज़मीन पर नहीं हुआ है | आलीशान 27 मंजिला एंटीलिया दक्षिण मुम्बई के पास कोलाबा इलाके के अल्टामांट रोड पर स्थित है | गौर तलब है कि 570 फीट ऊंची एंटीलिया करीब चार लाख वर्ग मीटर में बनी है | आकार में इस घर का दायरा मुम्बई के करीब 500 बेडरूम फ़्लैट के बराबर है | इमारत में तीन हैलीपैड, और 160 वाहनों के लिए अंडरग्राउंड पार्किंग की भ़ी व्यवस्था है |
         इसमें चार लाख वर्ग फूट से ज्यादा की जगह है, इसमें व्यायामशाला, योगशाला, डांस स्टूडियो, बालरूम, अतिथियों के कमरे, 50 - सीटों वाला फिल्म थियेटर, तीन हैलीपेड और कोई 160 गाड़ियों के लिए अंडरग्राउंड पार्किंग भ़ी है | एंटीलिया में 9 लिफ्टें लगी हैं | जिनमें से दो अंबानी परिवार के लिए हैं | जबकि दो पार्किंग इलाकों के लिए, तील लिफ्टों का इस्तेमाल मेहमानों के लिए है | इसके बालरूम में शीशों के झाड-फानूस लगे हैं | जिनसे छत की 80% जगह भरी हुई है | यहाँ एक मंच भ़ी है | जहां से भाषण दिए जा सकते हैं | पीछे एक प्रोजेक्टर स्क्रीन है | एक कमरा कला, चित्रों आदि के लिए है | मकान का रसोई घर इतना विशाल है कि इसमें कई सौ लोगों के लिए खाना बनाया जा सकता है | एक पत्रिका के अनुसार मुम्बई की गर्मी से बचने के लिए 'आईस रूम' भ़ी है | जहां बर्फ का मजा लिया जा सकता है | कोशिश की गई है कि मकान गर्मी में ठंडा और सर्दी में गर्म रहे | कहा जा रहा है कि भीतरी सजावट के लिए अमेरिका की डिजाईनर कम्पनी की मदद ली गई थी | लेकिन सजावट पर भारतीय प्रभाव है | यही नहीं ये मकान वास्तु के आधार पर बनाया गया है |
                                                                                                       मुनीर अहमद मोमिन                                                        

Friday, June 3, 2011

गांधी के नाम को शर्मसार करता एक गांधी !

             इरादा था दीपिका संग सात फेरे लेने का
         राष्ट्रपिता के नाम से मशहूर महान आत्मा मोहन करमचन्द गांधी, जिनके बदौलत देश को आजादी हासिल हुई | एक सर्वथा संत चरित्र, ऐसा कि देश से कहीं अधिक विदेशों में आदरणीय, सम्माननीय और अनुकरणीय | वे गुजरात से थे | एक और हाईटेक गांधी भ़ी गुजरात से ही है अभय | अपने नाम के तरह ही अभय, निर्भय होकर दस हज़ार से अधिक लोगों को पांच हज़ार करोड़ का चूना लगाकर देश से फुर्र हो गया | इसीलिए कहा जाता है कि अजी ! नाम में क्या रखा है | अगर नाम-राशि में कुछ होता तो ओबामा और ओसामा के आलावा राम और रावण तथा कृष्ण और कंस समराशि ही थे | लेकिन गुण-धर्म व आचरण में असीम/अनंत विषमता | इस तरह इस अभय गांधी नामक जीव के पांच हज़ार करोड़ रूपए के महाठगी का पर्दाफाश हुआ है |
         अभय करीब ७,५०,००० करोड़ रूपए की ठगी करने के इरादे से लाखों लोगों से धोख़ा-धड़ी कर रहा था | उसका इरादा शार्टकट में अरबपति बनकर मशहूर फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण से विवाह रचाने का था | अहमदाबाद पुलिस की अपराध शाखा ने इस महाठग अभय गांधी के बारे में सूचना मिलने पर छापे मारे | जिनमें साढ़े चार करोड़ रूपए की नकदी उसके बैंक खातों से बरामद की गई, लेकिन अभय गांधी को पहले ही इसकी जानकारी मिल चुकी थी | अतः वह अपनी परिवार वालों के साथ देश छोड़कर संभवतः ब्रिटेन भाग गया है | उसने दस हज़ार से अधिक लोगों को एक लाख रूपए के निवेश पर एक लाख ६० हज़ार रूपए या हर महीने १० हज़ार रूपए देने का लालच देकर ठगा | 
         प्रांभिक जानकारी के अनुसार पांच हज़ार करोड़ रूपए का चूना उसने लगाया है | कुछ जानकारों ने यह राशि पांच सौ करोड़ बताई है | वह दुनिया के टॉप टेन अमीरों में शुमार होना चाहता था | फिलहाल पुलिस इस घोटाले की गहराई व तेज़ी से जांच करने में जुटी है | जिससे कई बड़ी हस्तियों के भ़ी बेनकाब होने की उम्मीद है | महाठग डा. अशोक जडेजा के बाद अब गुजरात में अभय गांधी नामक व्यक्ति के ठगी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है | इसकी विधिवत शिकायत मिलने के बाद पुलिस सक्रिय हो गई है | अब तक की कार्रवाई में पुलिस ने अभय के बैंक खातों से साढ़े चार करोड़ रूपए की नकदी जप्त की है | उसकी हरकतों का खुलासा अप्रैल में ही हो गया था | लेकिन मामला दर्ज़ न होने के कारण पुलिस ज्यादा नहीं कुछ कर पाई थी | इसका फायदा उठाकर गांधी अपने परिजनों के साथ देश छोड़कर भाग गया |
         अब यत्र, तत्र और सर्वत्र अभय द्वारा गुजरात के हज़ारों निवेशकों को स्कीम का झांसा देकर ५,००० करोड़ रूपए का चूना लगाने की बात कही जा रही है | अभय की एआईएसई कैपिटल मैनेजमेंट कम्पनी केवल अहमदाबाद ही नहीं बल्कि खेडा, नाडियाद, आणन्द एवं बड़ोदरा सहित राज्य के कई हिस्सों में सक्रिय थी | इसके जाल में दस हज़ार से अधिक लोगों का पैसा फंसने की आशंका है | जानकारी के मुताबिक़ अभय ने दो स्कीमें चला रखीं थी | इनमें एक - एक लाख रूपए पर प्रतिमाह १५% ब्याज और कुछ महीने में एक साथ एक लाख ६० हज़ार रूपए देने की स्कीमें शामिल हैं | वह १५ हज़ार करोड़ या साढ़े सात लाख करोड़ रूपए की काली कमाई करना चाहता था |
                                                           मुनीर अहमद मोमिन